Thursday, April 4, 2013

कुछ शायरी


आजकल आँखों में है कुछ अलग सा ख्वाब
तेरी बातों में जिन्दगी  की उन्मादों का शबाब
दुनियाँ की औकात हि क्या जो सवाल करे
तु मुझे दे, मै तुझे दु ,हर सवालों का जवाब  !!


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अब आँसुओं कि लकिरे ताक्दिर की नई धार बने
सबके लिए ये दीवाली खुशियों का त्योहार बने
सब को एक कर बाँध दे, ए खुदा अब तेरी खुदाई में
हर तरफ तेरा मान और हर पल तेरा उपकार बने  !

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